पूरी दुनिया में सोलर पैनल निर्माण एवं आपूर्ति के बाजार में से 95 फीसदी हिस्से पर अकेले चीन ने कब्जा जमा लिया है। अंतरराष्टीय उर्जा एजेंसी की ओर से जारी की गई एक नयी रिपोर्ट के अनुसार इस समय चीन पूरी दुनिया के 80 प्रतिशत सोलर फोटोवाल्टिक पैनलों का निर्माण और आपूर्ति करता है।
वहीं जिस गति से चीन में सोलर पैनलों के निर्माण को विस्तारित करने पर काम चल रहा है उससे माना जा रहा है कि वर्ष 2025 तक पूरी दुनिया के सोलर पैनल निर्माण व्यापार के 95 प्रतिशत हिस्से पर चीन कब्जा जमा लेगा।
पिछले एक दशक में चीन ने सोलर पैनल निर्माण पर तेजी से काम किया जिसके परिणामस्वरूप यूरोप, संयुक्त राज्य अमेरिका, और जापान जैसे देशों को पछाड़कर चीन ने सोलर पैनल निर्माण के क्षेत्र में अपनी बादशाहत कायम कर ली है।
भारत समेत दुनिया के ज्यादातर देश पैनल निर्माण के कच्चे माल के लिये भी चीन पर निर्मित
भारत में ज्यादातर कंपनियां पैनल निर्माण के लिये आवश्यक कच्चा माल जैसे सोलर सेल, बैकशीट आदि को चाइना से ही मंगवाते रहे हैं। हालांकि सरकार ने चाइना से सोलर पैनल और सोलर संबंधित कच्चे माल के व्यापार को हतोत्साहित करने के लिये भारी भरकम ड्यूटी लगा दी। इसका परिणाम यह हुआ कि भारत में सोलर पैनलों की कीमत में पिछले कुछ दिनों से भारी बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। क्यों कि भारत में अभी मांग के सापेक्ष उत्पादन बेहद कम है।
भारत में सोलर पैनल के कच्चे माल के निर्माण को प्रोत्साहन देना होगा
ऐसे में घरेलू स्तर पर ही सोलर पैनल निर्माण के कच्चे माल को तैयार करने पर भी जोर देना होगा। हालांकि इसके लिये अडानी, रिलायंस और टाटा समूह जैसे बड़े औद्यौगिक घरानों ने काम शुरू कर दिया है। पर इनके संयत्र में मांग के सापेक्ष उत्पादन कब तक और कितना शुरू हो पायेगा इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।
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