यदि आप एक सोलर व्यवसायी है और आपको अपने ग्राहक को यह समझाने में मुश्किल आती है कि सोलर से उसके बिजली के बिल में किस तरह से कमी आ सकती है? तथा यदि आप ग्राहक हैं, सोलर लगाना चाहते हैं, लेकिन यह जानना जानने चाहते हैं कि सोलर सिस्टम किस प्रकार से आपके बिजली बिल को बचाने में सहायता कर सकता है। 


तो यह आर्टिकल आपके लिये ही है। यहां हम चर्चा करेंगे कि सोलर लगाने अथवा लगवाने से पहले किस प्रकार आप अपनी एनर्जी आवश्यकताओं का समझ सकते हैं।

आप हर माह कितनी बिजली खर्च करते हैं?

आपका मासिक आधार पर बिजली का खर्च क्या है? यह जानने के लिये आपको कोई ज्यादा दिमाग लगाने की जरूरत नहीं है। बस अपना पिछला बिजली का बिल उठाइये और देखिये कि आपको कितने यूनिट का बिल देना पड़ा है। दरसअल बिजली बिल में आपके द्वारा एक माह के समय में खर्च किये गये कुल यूनिटों की संख्या को प्रदर्शित किया जाता है। तो मासिक बिजली यूनिट के खर्च को आप अपने बिजली बिल द्वारा आसानी से पता कर सकते हैं। इतना ही पूरे वर्ष के बिजली बिलों का विश्लेषण करके आप सर्दियों और गर्मियों में आपके यहां होने वाली ऊर्जा की खपता को भी जान सकते हैं, और उसके अनुसार अपने लिये सोलर सिस्टम का चयन कर सकते हैं। 

ऑनग्रिड या ऑफग्रिड कौन सा सोलर अच्छा है? | on grid vs off grid solar India

अधिकतर लोग इस बात को लेकर संशय में रहते हैं कि उनके लिये ऑनग्रिड अथवा ऑफग्रिड सोलर में से कौन सा सोलर सिस्टम अच्छा है, तथा उन्हें कौन सा सोलर सिस्टम लगवाना चाहिये? अपने लिये सही सोलर सिस्टम का चयन करने के लिये आपको यह देखना होगा कि आपके घर पर दिन में कितनी बिजली की खपत होती है और रात के समय कितनी बिजली की खपत होती है। 

इसके लिये आप अपने मीटर में सुबह 7 बजे रीडिंग नोट कर लें इसके बाद शाम 5 बजे के बाद एक बार फिर रीडिंग नोट कर लें। इसी तरह रात की बिजली खपत के लिये शाम को 5 के बाद रीडिंग नोट करें और एक बार सुबह 6 बजे रीडिंग नोट कर लें। अब आपको यह पता चल जायेगा कि आपके घर पर दिन में अधिक बिजली का खर्च होता है अथवा रात में। 

दिन में ही बिजली का खर्च ज्यादा तो ऑनग्रिड सोलर सिस्टम बेस्ट है

यदि आपका बिजली का खर्च दिन में ही ज्यादा है तो आपके लिये ऑनग्रिड सोलर सिस्टम एक बेस्ट साल्यूशन है। क्यों कि यह आपके दिन के बिजली के खर्च को शून्य कर सकता है, इतना ही नहीं ऑनग्रिड सोलर सिस्टम पर आपको सरकारी सब्सिडी का लाभ भी मिल जाता है। वहीं ऑनग्रिड सोलर सिस्टम लाइफटाइम होता है, बैटरी न होने के कारण इसमें बाद में कोई खर्च नहीं करना पड़ता।

सोलर से कितना बिजली का बिल कम होगा ?

मान लीजिये हर माह आप आप कुल 600 यूनिट बिजली खर्च करते हैं। और आपने 5 किलोवाॅट का सोलर सिस्टम लगवाया हुआ है। 5 किलोवाॅट का सोलर सिस्टम आपको हर माह 600 यूनिट बिजली बनाकर देगा। ऐसे में आपका एनर्जी चार्ज बिल्कुल जीरो हो जायेगा। आपको फिक्स्ड चार्ज के रूप में एक छोटा से एमाउंट का बिल भरना होगा। यानी आप सोलर से अपना 90 फीसदी तक का बिजली बिल आसासी से बचा सकते हैं।

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