Hydrogen solar panels price in India | इस सोलर पैनल में बैटरी की जरुरत नहीं, दिन रात बनाता है बिजली
हाइड्रोजन सोलर पैनल क्या है? हाइड्रोजन सोलर पैनल कैसे काम करता है? क्या हाइड्रोजन सोलर पैनल लगाने के बाद हमें बैटरी बैंक की जरूरत नहीं पड़ेगी? हाइड्रोजन हाइड्रोजन सोलर पैनल की कीमत क्या होगी? इसे हम अपने घर पर कैसे लगवा सकते हैं?
दोस्तों हमारे यूट्यूब चैनल, वेबसाइट और इंस्टा पर कई लोगों की ओर से यह सवाल पूछे जा रहे हैं, कुल मिलाकर इस समय हाइड्रोजन सोलर पैनल का टॉपिक काफी ट्रेंडिंग में है
दरअसल मीडिया में हाइड्रोजन सोलर पैनल की जो खूबियां बताइए गईं हैं, उन्हें सुनने के बाद अब जो भी लोग सोलर लगाना चाहते हैं उनमें यह जिज्ञासा हो गई है कि उन्हें साधारण सोलर पैनल लगाना चाहिए यह फिर हाइड्रोजन सोलर पैनल?
केंद्र सरकार के द्वारा ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को मंजूरी दी गई है. इस मिशन के अंतर्गत केंद्र सरकार की कोशिश है कि भारत को ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में पूरी दुनिया में लीडर बनाया जाए. वर्तमान में भारत में ग्रीन हाइड्रोजन बनाने के लिए कई कंपनियों ने अपनी अभिरुचि दिखाई है, इतना ही नहीं कई कंपनियां तो ऐसी भी हैं जो जमीन का अधिग्रहण भी कर चुकी हैं और ग्रीन हाइड्रोजन सेक्टर में काम करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही हैं.
इतना ही नहीं सरकार की ओर से 17490 करोड रुपए का भारी-भरकम बजट भी ग्रीन हाइड्रोजन को प्रोत्साहित करने के लिए जारी किया गया है. कई राज्यों ने भी ग्रीन हाइड्रोजन नीति लागू की है, जिसमें महाराष्ट्र देश का पहला राज्य हो गया है.
हाइड्रोजन सोलर पैनल क्या है? | what is hydrogen solar panel
हाइड्रोजन सोलर पैनल एक विशेष प्रकार का पैनल है, इस पैनल की सबसे खास बात यह है कि इसमें आपको पावर स्टोरेज के लिए बैटरी बैंक लगाने की आवश्यकता नहीं होगी, यानी हाइड्रोजन सोलर पैनल आपको 24 घंटे बिजली देने में सक्षम होगा. हाइड्रोजन सोलर पैनल की खासियत यह भी होगी कि इसमें बैटरी की तरह सेल्फ डिस्चार्ज की समस्या नहीं होगी.
What is the efficiency of solar to hydrogen?
जैसा कि आप जानते ही हैं कि किसी भी बैटरी को बहुत लंबे समय तक चार्ज बनाए रखना संभव नहीं होता, क्योंकि बैटरी में सेल्फ डिसचार्जिंग होती है और लंबे समय तक रखे रहने पर धीरे-धीरे बैटरी डिस्चार्ज हो जाती है. लेकिन हाइड्रोजन सोलर पैनल के साथ आपको सबसे मजेदार बात यह देखने को मिलेगी कि आपको जितनी एनर्जी यूज करनी है, उतनी आप यूज कर सकते हैं बाकी एनर्जी को आप लंबे समय तक स्टोर करके रख सकते हैं. इसमें बैटरी की तरह सेल्फ डिस्चार्ज़ जैसी कोई समस्या नहीं होती.
हाइड्रोजन सोलर पैनल को कौन सी कंपनी बना रही है?
दोस्तों, इस समय हाइड्रोजन सोलर पैनल को पूरी दुनिया में गिनी चुनी कम्पनियां ही बना रही हैं. जिनमें से सबसे प्रमुख है Solhyd.
Solhyd hydrogen panels
यह कम्पनी ग्रीन हाइड्रोजन सोलर पैनल के क्षेत्र में काफी तेजी से काम कर रही है. इस कंपनी की ओर से ग्रीन हाइड्रोजन सोलर पैनल के कई मॉडल तैयार किए गए हैं और इनको कई जगह पर प्रदर्शन भी किया गया है.
कंपनी का दावा है कि बहुत जल्दी ही उसके हाइड्रोजन सोलर पैनल मार्केट में आम लोगों के यूज़ के लिए उपलब्ध होंगे. हालांकि बड़े स्तर पर कंपनी वर्तमान में इन सोलर पैनलों का प्रयोग कर रही है. कुछ कंपनियों ने इस सोलर कंपनी के जो हाइड्रोजन सोलर पैनल हैं उनको अपने यहाँ इंस्टॉल भी कराया है. कंपनी का दावा है कि 2026 तक जो है उसके जो सोलर पैनल है वह मार्केट में उपलब्ध हो जायेंगे और लोग आसानी से इन सोलर पैनलों को खरीद सकें.
Sunhydrogen solar
हाइड्रोजन सोलर पैनल बनाने वाली दूसरी कंपनी का नाम है सन हाइड्रोजन. सन हाइड्रोजन कंपनी भी हाइड्रोजन सोलर पैनल बनाने के लिए काम कर रही है. इस कंपनी की खास बात यह है कि वैसे तो यह विदेशी कंपनी है लेकिन इसकी टीम में कुछ भारतीय भी हैं जो कि हाइड्रोजन सोलर पैनल के डेवलपमेंट में अपना महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहे हैं.
हाइड्रोजन सोलर पैनल की कीमत | Hydrogen solar panels price in India
दोस्तों, जैसा कि आप जानते ही हैं कि वर्तमान में हाइड्रोजन सोलर पैनल बनाने वाली पूरी दुनिया में महज चार से पांच कंपनियां हैं ऐसे में अभी यह तकनीक बेहद महंगी है. इस में हाइड्रोजन को स्टोर करने के लिए एक टैंक लगाना पड़ता है और हाइड्रोजन को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में कन्वर्ट करने के लिए अलग से एक डिवाइस की आवश्यकता पड़ती है. ऐसे में महज़ 1 किलोवाट का हाइड्रोजन सोलर सिस्टम ₹1,00,000 से लेकर ₹3,00,000 तक की पड़ता है जाहिर सी बात है एक आम आदमी के लिए इतनी अधिक कीमत अभी इस सिस्टम के लिए खर्च करना संभव नहीं है.
लेकिन भविष्य में जब इस प्रकार सोलर पैनल का निर्माण करने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ेगी, उत्पादन अधिक होगा तो कीमतों में भी कमी आएगी.
आपका हाइड्रोजन सोलर पैनल को लेकर क्या विचार है? आपको क्या लगता है कि यह तकनीक सोलर एनर्जी के क्षेत्र में कितनी क्रांतिकारी साबित हो सकती है? अपने विचार हमें कमेंट करके अवश्य बताएं साथ ही हमारे साथ व्हाट्स एप्प पर जरुर जुड़ें.
एक टिप्पणी भेजें