अब दिन में ही नहीं रात में भी सोलर पैनल बनायेंगे बिजली, धूप के साथ साथ चांदनी रात में भी होगा बिजली का उत्पादन। बैटरी लगाने का झंझट होगा खत्म। सीधे सोलर पैनल से मिलेगी 24 घंटे बिजली।
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दोस्तों आपने भी अक्सर सुना होगा कि अब ऐसे सोलर पैनल भी आ गये हैं जो दिन के साथ साथ चांदनी रात में भी बिजली बनाते हैं। हमारे यूट्यूब चैनल और बेबसाइट पर भी काफी लोग कमेंट करके इन सोलर पैनलों के बारे में जानकारी चाहते हैं। तो चलिये आज हम रात में काम करने वाले सोलर पैनलों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं। आपसे निवेदन है कि पूरी जानकारी के लिये वीडियो को अंत तक अवश्य देखें।
रात में कौन से सोलर पैनल काम कर सकते हैं?
जैसा कि आप जानते ही हैं कि सोलर पैनल को इस समय नवीकरणीय ऊर्जा के एक प्रमुख स्त्रोत के रूप में जाना जाता है। लोग अपने बिजली के बिलों को कम करने के लिये सोलर सिस्टम लगवाते हैं। लेकिन सोलर के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि यह सिर्फ दिन में ही बिजली बनाता है, ऐसे में रात में बैकअप प्राप्त करने के लिये बैट्री बैंक लगाना पड़ता है। बैट्रियों की कीमत अधिक होने के कारण न केवल सिस्टम मंहगा हो जाता है, बल्कि हर 5 से 6 साल पर बैट्रियों को चेंज भी करना पड़ता है।
ऐसे में अक्सर लोग यह विचार करते हैं कि काश कोई ऐसा सोलर पैनल होता जो रात में भी बिजली बनाता है। यदि आप भी ऐसा विचार करते हैं तो अब आपकी कल्पना सच हो चुकी है, क्यों कि ऐसे पैनलों का निर्माण हो चुका है जो चांदनी रात में भी काम करने में सक्षम हैं।
रात में भी काम करने वाला सोलर पैनल | रात में चलने वाला सोलर पैनल
Rawlemon के सोलर एनर्जी डिजाइनरों ने एक ऐसा गोलाकर सोलर पैनल तैयार किया है जो कि दिन के साथ साथ रात में भी चांदनी से बिजली पैदा करने में सक्षम है। इतना ही नहीं यह सिस्टम साधारण सोलर पैनलों की तुलना कई गुना अधिक कुशल है।
रात में बिजली बनाने वाला सोलर पैनल कैसे काम करता है? | रात में सोलर पैनल कैसे चलते हैं?
दरअसल यह एक गोलाकार या ग्लोबनुमा आकार में तैयार किया गया है। जो सूर्य की रोशनी और चन्द्रमा की चांदनी को 10 हजार गुना करके कंसट्रेट करता है। इस उत्पाद को तैयार करने वाली कंपनी का दावा है कि उसका यह प्रोडक्ट अभी प्रचलित सोलर पैनलों से 35 फीसदी अधिक एफिशिएन्सी वाला है।
हर मौसम में काम करने वाला सोलर
कंपनी का दावा है कि सिस्टम सभी तरह के मौसम में आसानी से काम करता है, इतना ही यह घूम भी सकता है, ताकि अधिकतम एनर्जी प्राप्त की जा सके।
मकानों की खिडकियों में भी होगा इसका प्रयोग
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तकनीक के सोलर पैनलों का प्रयोग मकानों की खिड़कियों, बिल्डिगों में बाहरी ओर लगाये जाने वाले कंाच के रूप में भी किया जा सकेगा। जिससे न केवल बिल्डिंग की खूबसूरती बढ़ेगी वरन बिजली भी मिलेगी।
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