sarkari solar panel yojana | मेरी छत मेरी बिजली योजना में छत पर सोलर पैनल लगाकर लाखों की कमाई | सोलर के लिए सरकारी सब्सिडी
मेरी छत मेरी बिजली योजना के अंतर्गत लाखों लोग सोलर पैनल लगाकर ना केवल अपने घर के लिए बिजली बना रहे हैं, बल्कि सरकार को बिजली बेच कर लाखों रुपए की कमाई भी कर रहे हैं, इतना ही नहीं इन लोगों को सोलर लगाने के लिए सरकार की ओर से एक बड़ी धनराशि अनुदान के रूप में भी प्रदान की गई है.

मेरी छत मेरी बिजली योजना क्या है?

मेरी छत मेरी बिजली योजना क्या है? कैसे आप भी इसका लाभ उठा कर अपने घर पर सोलर सिस्टम लगवा सकते हैं? अगर आप भी यह जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें साथ ही हमारे साथ सोशल मीडिया पर जुड़ना ना भूलें क्योंकि हम यहां सोलर और तकनीक से जुड़ी नई जानकारी लेकर आते रहते हैं.


दोस्तों जैसा कि आप जानते ही हैं कि ऊर्जा के पारंपरिक स्त्रोत से प्राप्त होने वाली बिजली न केवल महंगी होती है बल्कि इस बिजली की उत्पादन प्रक्रिया में पर्यावरण को भी बहुत अधिक क्षति पहुंचती है. ऐसे में सरकार का प्रयास है कि अधिक से अधिक लोगों को ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों की ओर मोड़ा जाए. बात जब नवीकरणीय ऊर्जा की आती है तो इसमें सबसे पहला स्थान आता है सोलर एनर्जी का.

सरकार की ओर से सौर ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के लिए अनुदान की व्यवस्था की गई है, सोलर सिस्टम की कुल लागत का लगभग आधा हिस्सा सरकार की ओर से दिया जाता है, ताकि अधिक से अधिक लोग सौर ऊर्जा को लगवाए और इसका लाभ उठा सकें.

घर पर सोलर लगाने के लिए कितनी सब्सिडी मिलती है?

दोस्तों केंद्र सरकार की ओर से 1 से 3 किलो वाट के सोलर सिस्टम के लिए 40% की सब्सिडी और 3 किलोवाट से ऊपर 10 किलो वाट तक के सोलर सिस्टम के लिए 20% की सब्सिडी प्रदान की जाती है, राज्यों की ओर से भी सोलर के लिए सब्सिडी दी जाती है, जो की अधिकतम ₹30000 प्रति किलो वाट तक होती है.

मेरी छत मेरी बिजली योजना में जुड़े 9,000 से अधिक लोग

सरकार की इस अनुदान योजना का लाभ उठाकर पूरे देश के राज्यों में लोग जमकर सोलर लगवा रहे हैं, इसी क्रम में मध्यप्रदेश के मालवा निमाड़ में घरों, कार्यालयों, परिसरों, छतों पर सोलर पैनल लगाकर बिजली बनाने वालों की संख्या अब बढ़कर 8900 हो गई है. रूफटॉप सोलर नेट मीटरिंग जुड़ी इकाइयों की विद्युत उत्पादन क्षमता अब 115 मेगा वाट के करीब हो गई है.

मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने मीडिया को बताया कि कंपनी क्षेत्र में प्रतिमाह ग्रीन एनर्जी से बड़ी संख्या में उपभोक्ता जुड़ते जा रहे हैं. इंदौर शहर के मध्य एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में लगभग 5500 एवं मालवा निमाड़ क्षेत्र में कुल 8900 स्थानों पर सोलर पैनल लगाये गए है. कुल पैनल की संख्या लगभग दो लाख है.
इन स्थानों पर स्थापित पैनल्स की कुल विद्युत उत्पादन अधिकतम क्षमता 115 मेगावाट से भी ऊपर है. 

घर पर सोलर कैसे लगाएं?

अगर आप भी अपने घर पर सब्सिडी वाला सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं, तो इसकी प्रक्रिया बेहद आसान है इसके लिए आपको नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाईट नेशनल रूफटॉप सोलर पोर्टल (https://solarrooftop.gov.inपर जाकर अपना पंजीकरण कराना होगा. पंजीकरण के लिए आपको अपना मोबाइल नंबर विद्युत कनेक्शन नंबर और कुछ अन्य डिटेल भरना होगा.

पंजीकरण के बाद आपकी डिस्कॉम की ओर से आपके घर पर विजिट किया जाएगा और यह देखा जाएगा कि आप की छत सोलर पैनल लगाने की उपयुक्त है या नहीं, इसके बाद आप अपनी इच्छा अनुसार कंपनी से सोलर पैनल लगवा सकते हैं.
 सोलर सिस्टम लगने के 1 महीने के अंदर सरकार की ओर से आपको सब्सिडी प्रदान कर दी जाएगी.

कौन से सोलर पर सब्सिडी मिलती है?

दोस्तों! कई लोग इस कंफ्यूजन में रहते हैं सब्सिडी किस तरह मिलती है, कौन से सोलर पर मिलती है? तो आपको बता दें कि सरकार की ओर से सिर्फ ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए सब्सिडी दी जाती है. यह एक ऐसा सोलर सिस्टम है जो बिना बैटरी के काम करता है. इसका एक नुकसान यह है कि इसको काम करने के लिए धूप और बिजली दोनों की आवश्यकता रहती है. अगर बिजली नहीं होगी तो वह सिस्टम काम नहीं करेगा.

यदि आपका कोई प्रश्न है अथवा सोलर से जुड़ी कोई अन्य जानकारी आप चाहते हैं तो कमेंट करके हमें अवश्य बताएं साथ ही हमारे whatsapp Group Join करना ना भूले ताकि हमारे नए "Post" की जानकारी आपको मिलती रहे.

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