Rooftop solar subsidy online apply full information | रूफटॉप सोलर सब्सिडी कैसे मिलेगी यहां जाने स्टेप बाई स्टेप कंपलीट प्रोसेस
सरकार की ओर से सोलर लगवाने के लिए सब्सिडी प्रदान की जा रही है, सोलर सब्सिडी के लिए सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर भी काफी जागरुकता फैलाई जा रही है. इसके बावजूद अभी काफी लोग इस बात को लेकर संशय में हैं कि आखिर सोलर सब्सिडी कैसे मिलती है? इसकी क्या प्रक्रिया है? क्या वास्तव में सोलर के लिए सब्सिडी मिलती है? सोलर सब्सिडी मिलने में कितना समय लगता है? सोलर सब्सिडी के लिए कहां आवेदन करना होगा?
यदि आप भी इन सब सवालों के जवाब जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़ें. आज हम आपको सोलर सब्सिडी की पूरी प्रक्रिया step-by-step विस्तार से बताएंगे ताकि आप आसानी से सोलर सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकें और अपने घर पर सब्सिडी वाला सोलर सिस्टम लगवा सकें.
स्टेप-1 | नेशनल सोलर रूफटॉप पोर्टल पर पंजीकरण
सबसे पहले चरण में आपको नेशनल रूफटॉप सोलर पोर्टल पर जाकर पंजीकरण करना होगा, पंजीकरण के लिए आपको सक्रिय मोबाइल नंबर ईमेल आईडी और अपने बिजली कनेक्शन का कंजूमर अकाउंट नंबर की डिटेल भरनी होगी.
स्टेप 2 | सब्सिडी वाले सोलर प्लांट के लिए आवेदन
दूसरे चरण में आपको नेशनल सोलररूफटॉप पोर्टल पर बनाए गए अपने अकाउंट में लॉगइन करना होगा. और इसके बाद "अप्लाई फॉर सोलर रूफटॉप सिस्टम" पर क्लिक करके सब्सिडी वाले सोलर प्लांट के लिए ऑनलाइन आवेदन को भरना होगा. आवेदन पत्र में मांगी गई सभी सूचनाएं सही-सही और स्पष्ट रूप से भरें ताकि आपके आवेदन को आसानी से स्वीकार किया जा सके. आवेदन पत्र को पूरी तरह भरने के बाद चेक कर ले और इसके बाद सबमिट विकल्प पर क्लिक करें.
स्टेप 3 | टेक्निकल फीजिबिलिटी अप्रूवल (TFR)
आपके द्वारा सब्सिडी वाले सोलर प्लांट के लिए ऑनलाइन आवेदन किए जाने के बाद आपकी आवेदन को आपकी डिस्कॉम के पास भेज दिया जाता है. डिस्कॉम के अधिकारीयों द्वारा आपके घर पर विजिट किया जाता है और यह देखा जाता है कि आपके घर पर सोलर पैनल लगाने की कितनी जगह है, आप का कनेक्शन कितने किलो वाट का है और आपने जो सूचनाएं भरी हुई है वह सही है या नहीं. इस पूरी प्रक्रिया को टीएफआर यानी टेक्निकल फीजिबिलिटी अप्रूवल बोलते हैं.
सोलर वेंडर का चयन और एग्रीमेंट साइन | सोलर सिस्टम का इंस्टॉलेशन
यदि आपके डिस्कॉम की ओर से आपको टीएफआर अप्रूवल मिल जाता है तो आपको रजिस्टर्ड वेंडर की एक सूची उपलब्ध कराई जाती है जिसमें से आप अपनी पसंद के किसी भी वेंडर से सोलर सिस्टम लगवाने के लिए संपर्क कर सकते हैं. इसके साथ ही यदि आप चाहें तो अपनी पसंद के किसी भी पंजीकृत वेंडर के माध्यम से भी सोलर सिस्टम लगवा सकते हैं.
स्टेप-4 | इंस्टॉलेशन की डिटेल नेशनल रूफटॉप पोर्टल पर सबमिट करें
आपके घर पर सफलतापूर्वक सोलर सिस्टम लग जाने के बाद आपको अपने सोलर सिस्टम की फोटो, सोलर सिस्टम के साथ आवेदन कर्ता की फोटो आदि आवश्यक दस्तावेज नेशनल रूफटॉप पोर्टल पर सबमिट करने होंगे. यह सभी डिटेल नेट मीटरिंग करने के लिए आवश्यक होती है.
नेट मीटरिंग क्या है ?
नेट मीटरिंग एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें आपके घर पर एक बाईडायरेक्शनल मीटर लगाया जाता है जिसमें आपके द्वारा ग्रिड से ली गई और सोलर के द्वारा ग्रिड को दी गई बिजली दोनों का लेखा-जोखा दर्ज होता है.
स्टेप-5 | बिजली वितरण कंपनी द्वारा सोलर सिस्टम का निरीक्षण
आपके द्वारा सोलर सिस्टम इंस्टॉलेशन की पूरी डिटेल ऑनलाइन सबमिट करने के बाद आपकी बिजली वितरण कंपनी डिस्कॉम की ओर से आपके सोलर सिस्टम का निरीक्षण किया जाता है और उस पर नेट मीटर इंस्टॉल किया जाता है.
स्टेप -6 | सोलर प्लांट कमिश्निंग
डिस्कॉम द्वारा नेट मीटर लगाने के बाद और आपकी सोलर प्लांट की टेक्निकल इंस्टॉलमेंट डिटेल को अप्रूव करने के बाद आपको एक ऑनलाइन कमिश्निंग सर्टिफिकेट जारी किया जाता है यह सर्टिफिकेट आवेदन कर्ता के सोलर रूफटॉप पोर्टल अकाउंट में दिखाई देता है.
स्टेप -7 | सब्सिडी के लिए रिक्वेस्ट भेजना | apply for solar subsidy
उपरोक्त सभी चरण पूरे होने के बाद और कमीशनिंग सर्टिफिकेट जनरेट होने के बाद आवेदक के द्वारा सोलर रूफटॉप पोर्टल पर सब्सिडी रिलीज करने की रिक्वेस्ट डाली जाती है. इसके साथ ही आवेदक को अपने बैंक खाते का विवरण जैसे के खाता नंबर, आईएफएससी कोड, कैंसिल चेक की कॉपी अथवा पासबुक की कॉपी भी अपलोड करनी होती है.
यदि आपकी डिटेल सही है आपका आवेदन पत्र पूरी तरह सही भरा गया है. तो आपके द्वारा सब्सिडी रिलीज की रिक्वेस्ट भेजने के 30 दिन के अंदर आपके खाते में सोलर प्लांट की सब्सिडी आ जाती है.
आशा है आपको सोलर सब्सिडी की यह पूरी प्रक्रिया समझ में आ गई होगी आप चाहें तो सोलर प्लांट सब्सिडी की पूरी प्रक्रिया का पीडीएफ फाइल भी डाउनलोड कर सकते हैं.
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