भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो का आदित्य L1 सफलतापूर्वक सूर्य के रहस्य जानने के लिए पृथ्वी से प्रस्थान कर चुका है. चंद्र यान 3 की सफलता के बाद उत्साह से लबरेज इसरो के वैज्ञानिक सूर्य के रहस्य जानने के लिए भेजे गए आदित्य L1 को लेकर भी काफी उत्साहित हैं. वही लोगों में इस बात को लेकर बेहद जिज्ञासा है कि सूर्य की भस्म कर देने वाली आग में आखिर आदित्य L1 कैसे सुरक्षित रहेगा?

आदित्य L1 सूरज से क्यों नहीं जलेगा?

दोस्तों यह एक ऐसा सवाल है जो इस समय काफी लोग जानना चाहते हैं. दरअसल सूर्य की गर्मी कितनी है इसका एहसास हम सूर्य से करोड़ों किलोमीटर दूर होते हुए भी भलीभांति कर कर पाते हैं. गर्मियों के दिनों में जहां हमें सूर्य की गर्मी में कुछ मिनट जाना भी भारी पड़ जाता है. ऐसे में सूर्य के नजदीक जाकर आदित्य L1 कैसे सुरक्षित रहेगा? और कैसे काम करेगा? यह वास्तव में एक बड़ा सवाल है.

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कितना है सूर्य का तापमान?

जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि सूर्य पर भयंकर ज्वाला उठती रहती हैं. सूर्य की सतह से थोड़ा ऊपर जिसे फोटोस्फीयर के रूप में जाना जाता है उसका तापमान लगभग 5500 डिग्री सेल्सियस होता है. वही उसके केंद्र का तापमान 1.50 करोड़ डिग्री सेल्सियस होता है. इतने भीषण तापमान में किसी भी स्पेसक्राफ्ट क्या किसी भी वस्तु का जा पाना संभव नहीं है, क्योंकि सूर्य की गर्मी ऐसी चीजों को क्षणभर में जला देगी. 

एक सुरक्षित दूरी पर रखा जाएगा आदित्य L1

आदित्य L1 को सूर्य से एक सुरक्षित दूरी पर रखा जाएगा ताकि वह जीवित रह सके और सुरक्षित रूप से अपना काम कर सके. 

पृथ्वी से कितनी दूर जाएगा आदित्य L1

जैसा कि आपने टीवी चैनलों और समाचार पत्रों में पढ़ा ही होगा कि आदित्य L1 पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर की यात्रा करने के बाद उस स्थान पर पहुंचेगा जहां पर उसे रुके रहकर आगे के शोध कार्य को अंजाम देना है. 

L1 पॉइंट क्या है?

L1 पॉइंट एक ऐसा स्थान है जहां पर सूर्य और धरती दोनों की ग्रेविटी आपस में टकराती है. इस स्थान को लेरेंज पॉइंट कहा जाता है. कुल मिलाकर ऐसे पांच लेरेंज पॉइंट की पहचान की गई है. जहां पर सूर्ययान को तैनात किया जा सकता है. भारत द्वारा भेजा गया आदित्य L1 ऐसे ही L1 पॉइंट पर काम करेगा.

सूर्य की गर्मी से क्यों नहीं जलेगा आदित्य L1

दरअसल आदित्य L1 सूर्य की गर्मी से इसलिए नहीं जलेगा क्योंकि यह सूर्य से एक सुरक्षित दूरी पर है. जिस स्थान पर आदित्य L1 काम करेगा वहां से भी सूर्य बहुत अधिक दूर है जाहिर सी बात है यहां पर सूर्य की इतनी गर्मी नहीं होगी कि यह जल जाए.

पृथ्वी से सूर्य की दूरी कितनी है

पृथ्वी से सूर्य की दूरी 15 करोड़ किलोमीटर है, जाहिर सी बात है हमारा आदित्य L1 महज 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर रहेगा ऐसे में यह सूर्य की गर्मी से पूरी तरह सुरक्षित रहेगा और अपने काम को अंजाम देता रहेगा.

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