नमक से बनी यह बैटरियां लिथियम बैटरियों से 6 गुना अधिक उर्जा का भण्डारण करेंगी, साथ ही होंगी बेहद सस्ती भी | Sodium battery technology in Hindi

बड़े स्तर पर ऊर्जा के भंडारण के लिए तथा आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में सबसे अधिक जिस बैटरी की तकनीक का सबसे अधिक प्रयोग किया जाता है वह है लिथियम आयन बैटरी. जाहिर सी बात है लिथियम आयन बैटरी का प्रयोग दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बैटरी को तैयार करने में कितनी जटिल प्रक्रिया का पालन करना पड़ता है. 

लिथियम आयन बैटरी का आविष्कार किसने किया?

जॉन बी गुडएनफ, एम स्टेनली वीटिंघम और अकीरा योशिनो नाम के वैज्ञानिक कौन है बैटरी का आविष्कार किया था, अपने इस महान आविष्कार के लिए इन तीनों वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार भी प्रदान किया गया. वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किया गया यह उत्पाद पूरी दुनिया के लिए उपयोगी साबित हो रहा है. 

Sodium battery technology in Hindi

लीथियम का खनन कैसे होता है ?

निर्विवाद रूप से लिथियम आयन बैटरीज इलेक्ट्रॉनिक वाहनों इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों आदि में उपयोग की जाती है साथ ही ग्रिड स्तर पर ऊर्जा के भंडारण में भी सिर्फ इन्हीं बैटरी का प्रयोग किया जाता है, लेकिन लीथियम बैटरियों के लिए लिथियम का खनन पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाता है. 

दर्शन सिर्फ 1 टन लिथियम को तैयार करने के लिए 70000 लीटर पानी बर्बाद हो जाता है. पूरी दुनिया में पाई जाने वाली ली थी उनकी ुल मात्रा का आदि से भी अधिक लिथियम बोलिविया अर्जेंटीना और चिली में है. लेकिन का खनन करने में भारी मात्रा में होने वाली पानी की बर्बादी ने इस इलाके की 65 फीसदी पानी की सप्लाई कब्ज़ा रखी है. 

लिथियम आयन बैटरी का विकल्प बनेंगे सोडियम बैटरी

ऐसे में अब वैज्ञानिकों ने लिथियम आयन बैटरी विकल्प के रूप में एक और चीज पर विचार शुरू किया है वह नमक. यह लीथियम की अपेक्षा कहीं अधिक मात्रा में उपलब्ध है साथ ही बेहद सस्ता भी है. लेकिन नमक से बनी बैटरियों  के साथ में एक बड़ी समस्या भी है.

क्योंकि नमक (सोडियम) का ऊर्जा घनत्व ज्यादा होता है ऐसे में इस से बनी हुई बैटरी बहुत अधिक भारी हो जाएगी, यही कारण है कि अभी तक इस तकनीक की छोटी बैटरी बाजार में नहीं आ सकी है. लेकिन बात जब ग्रिड स्तर पर ऊर्जा के भंडारण की हो तो वजन की कोई समस्या नहीं होती क्यों वहां पर ना तो जगह की कमी है और ना ही भारी-भरकम बैटरी को रखने उठाने के लिए मशीनों की, ऐसे में वहां पर इन बैटरियों को आसानी से लगाया जा सकता है. 

लिथियम बैटरी से 6 गुना अधिक ऊर्जा का भंडारण कर सकता है नमक

दोस्तों पिघला हुआ नमक लिथियम बैटरी से 6 गुना अधिक ऊर्जा का भंडारण करने में सक्षम होता है. जहां सी बात है ऐसी बनी हुई बैटरी अभी काफी अधिक बैकअप देने में सक्षम होंगे. हालांकि यह सामान्य बैटरियों की अपेक्षा बहुत अधिक भारी होंगी और काफी अधिक जगह भी घेरेंगी. 

फिलहाल वैज्ञानिक नमक से बनी इन बेटियों की एफिशिएंसी को बढ़ाने और इनकी आकार को कम करने पर शोध कर रहे हैं. यह तकनीक आम लोगों के लिए सुलभ होती है तो जाहिर सी बात है इसका बहुत बड़ा लाभ मिलेगा क्योंकि लिथियम की अपेक्षा नमक की उपलब्धता बहुत अधिक है साथ ही सस्ता भी है. 

यह भी पढ़ें : -

सोलर रूफटॉप सब्सिडी योजना में सरकार दे रही है सोलर लगाने के लिए भारी अनुदान

Post a Comment

और नया पुराने