Best solar panel company in India for home | कौन सा सोलर पैनल कितनी बिजली बनाता है, इस तरीके से आसानी से जान सकेंगे आप | अब उल्लू नहीं बना सकेगा कोई
कौन सी कंपनी का सोलर पैनल सबसे ज्यादा बिजली बनाता है? कौन सा पैनल सबसे अच्छा है? सबसे ज्यादा बिजली बनाने वाला सोलर पैनल कौन सा है? अगर आप भी अपने घर पर सोलर पैनल लगाना चाहते हैं और आपको भी इन सब सवालों ने परेशान कर रखा है तो अब आपके लिए बहुत ही आसान सा समाधान केंद्र सरकार का नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय लेकर आया है. सरकार की ओर से सोलर पैनल निर्माता कंपनियों के लिए एक ऐसा नियम लाया जा रहा है जिसके माध्यम से आप किसी भी पैनल को देखने के बाद ही यह जान सकते हैं कि यह सोलर पैनल कितनी बिजली बनाएगा.
जी हां बिल्कुल सही पढ़ा आपने, अब नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचाने और बेहतर टेक्नोलॉजी वाले सोलर पैनल उपलब्ध कराने के लिए सोलर पैनल निर्माता कंपनियों के लिए नए नियम लागू करने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं.
सोलर पैनल स्टार लेबलिंग क्या है?
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने सोलर पैनलों के लिए मानक और लेबलिंग कार्यक्रम का इसी माह अनावरण किया है. केंद्रीय मंत्री आर के सिंह के अनुसार वर्तमान में जब कोई उपभोक्ता सोलर पैनल खरीदना है तो वह सिर्फ सोलर इंस्टालर या डीलर द्वारा दी गई जानकारी पर ही निर्भर रहता है.
सामान्य उपभोक्ताओं के लिए किसी सोलर पैनल की दक्षता को चेक करना संभव नहीं होता है ऐसे में उपभोक्ता सोलर इंस्टालर या डीलर के द्वारा दी गई जानकारी पर ही निर्भर रहते हैं और उनके पास ऐसा कोई तरीका नहीं होता जिससे वह यह जान सके कि उन्हें जो सोलर पैनल दिया जा रहा है वह वास्तव में कितना बेहतर है.
सोलर पैनल कितनी बिजली बनाता है कैसे चेक करें | सोलर पैनल की क्वालिटी कैसे चेक करें
सरकार की ओर से सभी सोलर पैनल निर्माता कंपनियों से कहा गया है कि वह अपने सोलर पैनलों पर स्टार लेबलिंग कराना सुनिश्चित करें, सरकार की ओर से सोलर पैनलों के लिए मानक और स्टार लेवलिंग का कार्यक्रम 1 जनवरी 2024 से शुरू किया जा रहा है जिसे 31 दिसंबर 2025 तक जारी रखा जाएगा.
सोलर पैनल निर्माता को नहीं देना होगा प्रमाणीकरण शुल्क
इस अवधि के दौरान अपने सोलर पैनलों पर स्टार लेवलिंग करने वाले सोलर पैनल निर्माताओं को सरकार को किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होगा. सरकार उपभोक्ताओं के हित में सोलर पैनलों पर स्टार रेटिंग को इस अवधि के दौरान निशुल्क रखेगी साथ ही यह सोलर पैनल निर्माता के लिए स्वैच्छिक भी होगा जो निर्माता चाहे वह अपने पैनलों पर स्टार लेवलिंग करा सकते हैं, फिलहाल इसे अनिवार्य नहीं बनाया गया है.
कौन सा पैनल सबसे अच्छा है? आसान होगा पता लगाना
सरकार के इस प्रोग्राम के माध्यम से अब आप स्टार रेटिंग को देखकर यह आसानी से पता लगा सकेंगे कौन सा पैनल सबसे ज्यादा बिजली बनाता है, दरअसल सोलर पैनल की परफॉर्मेंस के आधार पर नवीन एवं नवीकरणी ऊर्जा मंत्रालय सोलर पैनलों को 1 से लेकर 5 स्टार तक की रेटिंग प्रदान करेगा. जाहिर सी बात है जिस सोलर पैनल पर जितने अधिक स्टार होंगे वह उतना ही अधिक एफिशिएंसी वाला होगा.
How to check solar panel efficiency | सोलर पैनल की स्टार रेटिंग के लिए तय किए गए हैं यह मानक
सोलर पैनल की स्टार रेटिंग के लिए सरकार की ओर से इफेक्टिव एफिशिएंसी के मानक निर्धारित किए गए हैं. इन मानकों के अनुसार आप सिर्फ स्टार को देखकर यह पता लगा पाएंगे कि कौन सा सोलर पैनल कितना बिजली बनाने में सक्षम है.
- 1 स्टार - 17% तक की इफेक्टिव एफिशिएंसी वाले सोलर पैनलों को वन स्टार प्रदान किया जाएगा.
- 2 स्टार - 19% परसेंट तक की इफेक्टिव एफिशिएंसी वाले सोलर पैनलों को 2 स्टार प्रदान किए जाएंगे.
- 3 स्टार - 21% परसेंट तक की इफेक्टिव एफिशिएंसी वाले सोलर पैनलों को 2 स्टार प्रदान किए जाएंगे.
- 4 स्टार - 22% परसेंट तक की इफेक्टिव एफिशिएंसी वाले सोलर पैनलों को 4 स्टार प्रदान किए जाएंगे.
- 5 स्टार - 23% परसेंट या इससे अधिक की इफेक्टिव एफिशिएंसी वाले सोलर पैनलों को फाइव स्टार प्रदान किए जाएंगे.
स्टार देखिए और जानिए कौन सा सोलर पैनल कितना बेहतर है
स्टार लेबलिंग सिस्टम के शुरू होने के बाद उपभोक्ता सिर्फ सोलर पैनल पर बने स्टार देखने के बाद ही यह जान सकेंगे की कौन सा सोलर पैनल कितना अधिक ऊर्जा कुशल है. दरअसल सरकार की ओर से यह स्टार लेबलिंग सोलर पैनलों को पूरी तरह चेक करने के बाद ही प्रदान की जाएगी. ऐसे में आम उपभोक्ता के लिए भी यह जानना आसान होगा कि कौन सा सोलर पैनल उसके लिए बेहतर रहेगा, और कौन सी कंपनी का सोलर पैनल ज्यादा बिजली बनाता है.
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