1000 मेगा वाट की क्षमता और बढ़ाएगी गोल्डी सोलर | 5 हज़ार करोड़ से लगेगा सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट
देश की प्रमुख सोलर पैनल निर्माता कंपनी गोल्डी सोलर अपनी सोलर पैनल निर्माण क्षमता को बढ़कर 4000 मेगावाट तक करने की ओर अग्रसर हो रही है, इसके लिए कंपनी की ओर से इसी वर्ष दिसंबर तक 1000 मेगावाट की क्षमता वाला एक संयंत्र शुरू कर दिया जाएगा.
गोल्डी सोलर के प्रबंध निदेशक ईश्वर ढोलकिया ने बताया कि उनकी कंपनी वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 5000 करोड रुपए का ऑर्डर प्राप्त करने की उम्मीद कर रही है. ढोलकिया ने कहा कि गोल्डी सोलर घरेलू सौर ऊर्जा बाजार के साथ-साथ अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, यूरोप और खाड़ी देशों के ग्राहकों से भी आर्डर प्राप्त कर रही है.
ज्ञातव्य हो की गोल्डी सोलर के गुजरात के पीपोदरा और नवसारी जिलों में 3000 मेगावाट क्षमता वाले दो सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट पहले से ही कार्य कर रहे हैं, अब कंपनी अपने इन संयंत्रों की क्षमता में 1000 मेगावाट की और वृद्धि करेगी.
भारत में सोलर सेल का निर्माण करेगी गोल्डी सोलर
इसके साथ ही गोल्डी सोलर कंपनी भारत में सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग इकाई लगाने की ओर भी तेजी से आगे बढ़ रही है. गोल्डी सोलर के प्रबंध निदेशक ईश्वर ढोलकिया के अनुसार अभी भारत में गिनी चुनी कंपनियां ही सोलर सेल की मैन्युफैक्चरिंग करती हैं, ऐसे में सोलर पैनल निर्माण के लिए आवश्यक सोलर सेल का एक बड़ा हिस्सा अभी भी दूसरे देशों से आयात ही किया जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की "मेक इन इंडिया" मिशन के अंतर्गत गोल्डी सोलर भारत में ही सोलर सेल निर्माण के लिए संयंत्र लगाने जा रही है. इस संयंत्र की स्थापना के बाद गोल्डी सोलर न केवल अपने सोलर पैनल में स्वनिर्मित सोलर सेल का इस्तेमाल करेगी वरन दूसरी कंपनियों को भी सोलर सेल की आपूर्ति करेगी.
सोलर सेल निर्माण के संयंत्र को स्थापित करने के लिए गोल्डी सोलर दुनिया भर की प्रमुख कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है उन कंपनियों की प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में किया जाएगा.
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